काश हम बचपन से ही साथ होते काश हम बचपन से ही साथ होते हमारे बचपन के भी एहसास होते, हम बचपन से ही साथ खेलते कभी रूठते कभी मानते, काश हम बचपन से ही साथ होते।। साथ में स्कूल जाते, पढ़ते और खेलते हमारे वो दिन भी आज की तरह हसीन होते हमारा प्यार बचपन से होता हम एक दूसरे को अच्छे से समझ पाते काश हम बचपन से ही साथ होते।। कोई डर न होता इस ज़माने का जब भी सोचते पास होते जब कोई रोता तो उसे हम हँसते फिर बाद में उसे ही खिझाते काश हम बचपन से ही साथ होते ना खाने की चिंता न किसी की फ़िक्र हम बड़े खुश हो जाते जब कहीं होता हमारी दोस्ती का ज़िक्र लोगो के लिए हम एक मिशाल दे जाते।। काश हम बचपन से ही साथ होते। BY- AKHILESH DWIVEDI Click Here to Follow Please give your valuable feedback in comment box.