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Showing posts with the label Some Own Creations- Hindi Shayari- So Relatable

लिखता रहूं | Likhta Rahu | Emotional-Experience | By Akhilesh Dwivedi | Think Tank Akhil

लिखता रहूं   मन में आते हैं ख्याल कई सारे कुछ बुरे, कुछ होते हैं प्यारे। सोचता हूँ कैसे याद रखूं सबको लिखता रहूं बस कलम के सहारे। लिखता रहूं वो हर बात, हर जज़्बात वो दिन की कहानी, वो रात की मनमानी। कैसी होती है सुबह, और शाम कितनी सुहानी कभी बेमौसम बारिश तो कभी सूरज की नादानी। लिखता रहूं लोगों का आना और जाना कहते हैं अपना लेकिन करके बेगाना। लोगों की सबसे ज्यादा चुभने वाली बातें और फूलों की रखवाली करते कांटे। लिखता रहूं वो हर दिन और रात जो गुजर गयी पर हुई ना कुछ खास। कुछ मेरी नादानी और वक़्त का परिहास कुछ टूटे अरमान कुछ उनके एहसास। बस सोचता हूँ की लिखता ही रहूं कुछ कह ना सकूँ बस करता ही रहूं। मेरी कलम बोले हर दिल की आवाज लिखता रहूं मैं सबका अंदाज। बस लिखता रहूं... ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

वापस आना होता है | By Akhilesh Dwivedi | True and Life Experience | Think Tank Akhil

बहुत दूर निकल जाने से मिलती नहीं खुशियां घर लौटकर वापस आना होता है। उसे प्यार से देखकर कुछ कह ना सकूं धीरे धीरे प्यार जताना होता है। यूं तो लोग दुनिया से जाते हैं अकेला मरने के बाद पीछे जमाना होता है। हर कोई शामिल हो जाता है खुशी में ज़ख्म पर मरहम ना कोई लगाने वाला होता है। इश्क में ताज बनाने की बात करते हैं भूख मिटी कि सब भूल जाना होता है। वो आए थे कि राज करेंगे दुनिया पर भूल गए कि एक दिन सबको जाना होता है। हार और जीत तो बस रस्मे है दुनिया की मकसद तो बस खेल दिखाना होता है। कुछ फूल दिए थे उसने गुलाब के बंद किताबो में उन्हें सूख जाना होता है। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

क्या इसी लिए हमने आजादी पाई थी | Kya Isi Liye Humne Azadi Paai Thi | Independence Day | Think Tank Akhil

क्या इसी लिए हमने आजादी पाई थी? धर्म के नाम पर गला काट दिया भाषाओं के नाम पर हमें बांट दिया, फूलों को भी हमने उनकी जाति बताई थी, क्या यही सोचकर उन लोगों ने यह क्रांति चलाई थी? क्या हुआ उनके सपनों का, जो सोचा था उन वीरों ने, जिस अखंड भारत के लिए वो जकड़ गए जंजीरों में, क्या उनके मन में भी कभी सत्ता की लालच आई थी? क्या इसी लिए हमने आजादी पाई थी? बेटियां गर्भ में मरती हैं या फिर मरती हैं अंधियारों में, क्या इसी भारत के लिए वो थे चारदीवारों में? जो सोचा था उन लोगों ने बस एक ख्याली खीर बनाई थी, क्या इसी लिए हमने आजादी पाई थी? ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

कहते हैं इसे कोठा | Kotha | A Bitter Truth Of Society | Hindi Poetry | Think Tank Akhil

सूरज के ढलते ही लग जाता है बाजार कोई अता हवस मिटाने, कोई करता सच्चा प्यार, जगह बदलते मतलब बदला, अपना कोई ना होता मिटती है यहां भूख हवस की, कहते हैं इसे कोठा। ना होते हैं माँ बाप, ना होता घर परिवार ना कोई किसी की बेटी, ना किसी भाई का प्यार आता जो भी यहाँ पर बस जिस्म का मतलब होता होता है बाजार जिस्म का, कहते हैं इसे कोठा। सब भूख की बात है प्यारे, चाहे पेट हो या हो तन सब हो जाते हैं गायब, जैसे भरता मन मिट जाती अगर भूख जगत की ऐसा कभी ना होता जिन्दा बिकते मुर्दा बनकर, कहते हैं इसे कोठा।  ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

Most Beautiful Lines- Hindi Poetry- Amazing Thoughts- Emotional Poetry-Think Tank Akhil

Most Beautiful Lines- Hindi Poetry- Amazing Thoughts- Emotional Poetry यूं तो रोज होता था मिलना हमारा पर वो मुलाकात कुछ खास थी। जब बैठी थी वो सामने मेरे, आंखों में देखते रहने की प्यास थी। मंदिर की शंख की धुन था मैं, वो मस्जिद की उठती अजान थी। मै पंडित जनेऊ धारी था वो एक बुरखे वाली नारी थी। मै मंदिर जाता कभी कभी, वो दिन में ५ नमाज़ी थी। मिन्नतें भगवान की करता था मैं, वो खुद मंदिर की एक मूरत थी। मै ढूंढता रहता था जिसको, वो एक सुन्दर सी सूरत थी। मै गीता का एक हिस्सा था, वो पूरा पवित्र क़ुरान थी। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

Ha Maujhe Tumse Pyar Nahi- Emotional- Think Tank Akhil

हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। माना की तुम करती थी मेरा इंतज़ार  कभी ना करने दिया मुझे इंतज़ार, तुम्हारी हर बात मुझसे होती थी शुरु और मेरी बातों में कभी तुम्हारा ज़िक्र नहीं।   हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। दोस्तों से बस मेरी ही बातें  करना  जन्मदिन, पहली मुलाकात हर लम्हाँ याद रखना, हर दिन को एक साथ खुशियों से सजोना और  मुझे यह लम्हें कभी याद होते नहीं। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। बिना थके मीलों साथ साथ चलना और कहना की घर बहुत जल्दी आ गया, मेरे साथ वो अपना हसीन वक़्त गुजरना और  मेरा बस, तुम्हारा साथ निभाना यूँही। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। वो देर रात तक बातें करना कभी होता उदास तो मुझे समझाना, खुद गुस्सा होकर, खुद ही मुझे मानना और मैं  समझा था तुम्हे एक अनजान राही। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading. 😃

Beautiful Lines- Emotions and Actions- Emotional Lines-Think Tank Akhil

Beautiful Lines- Emotions and Actions- Emotional Lines She kept checking my last seen I was waiting for her. She kept checking my breath, My heart was beating for her. She kept looking my way, I was busy with her in my dreams. She kept looking at my features, I was planning my future with her. She kept waiting for Proposal, I was considering her my would be. She kept wishing how should I be, I was changing myself according to her. She was asking for promises, I was thinking to give my words. Only a few things were common that we think or do. We kept waiting for one another for long. Sometimes she used to come late Or sometimes I reach early. She wanted to be mine, I decided to be her, what she would want. ✍️ -Akhilesh Dwivedi Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading :)

Beautiful Poetry- Emotions with Love And Regret Hindi Poetry-Think Tank Akhil

Beautiful Poetry- Emotions with Love And Regret Hindi Poetry मेरी भी एक ख्वाहिश थी, की तुम मेरे साथ रहो कुछ मेरी सुनो कुछ अपने जज्बात कहो  बेवजह की नादानियाँ करता रहा यह दिल थोड़ा बैठो तो मेरे साथ और मेरे एहसास सुनो। सोचा था की हम उमर भर साथ चलेंगे हम ज़िन्दगी के सब लम्हें साथ जियेंगे तुमने न सुनी मेरी वो एक छोटी सी बात जिसमे था कहा मैंने हम साथ रहेंगे। अपनों का सहारा होगा खुशियों के समंदर में हम झूम रहे होंगे उस प्यारे से मंजर में तुम भी कहते फिर कितना सुन्दर है यह एहसास सब छूट गया अब उन नादानियों के बवंडर में। काश! मैं वापस ला पाता उस बीते कल को फिर ख़ुशियों के आँसू, भिगोते इन पलकों को अपना एक छोटा सा आशियाना हम बनाते ख़ुशी-ख़ुशी हम एक साथ ज़िन्दगी बिताते। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow

Beautiful Poetry- Suna Hai Ki Log Use Dekhate Hi Thaher Jate hain- Poetry-Think Tank Akhil

Beautiful Poetry- Suna Hai Ki Log Use Dekhate Hi Thaher Jate hain- Poetry सुना है कि लोग उसे देखते ही ठहर जाते हैं तो एक बार हम भी उस रस्ते से गुज़र जाते हैं सुना है की वो मल्लिका है हुश्न की शहर वाले भी हुश्न का दीदार कर के जाते हैं सुना है की पसंद है उसे शेर-ओ-शायरी तो हम उसे अपना भी हुनर दिखा जाते हैं सुना है चाँद से ज्यादा उसे देखते है लोग सितारे भी फलक से उसकी डगर जाते हैं सुना है की वो गुलाब की पंखुड़ियों सी है कोमल तो भौंरे भी उसको सिर्फ देखकर गुजर जाते हैं सुना है उसकी कोयल सी मीठी है आवाज जिसे सुनने को ज़माने ठहर जाते हैं सुना है की वो साहिल सी हसीन है समुन्दर भी देखने को उसको उछल जाते हैं सुना है उसके लबों से शराब जलते हैं तो हमारे मधुशाला के रास्ते बदल जाते हैं उसकी एक नज़र से लुट जाते है दिल रईश भी वहाँ से फ़कीर बन के जाते हैं बहुत मशहूर है कहानियाँ उसकी शहर में ख्वाब उसके ही बस देखे जाते हैं सुना है खूबसूरती की महफ़िल है वो जहाँ उसके चाहने वाले...

Beautiful and Lovely Lines- So Relatable Hindi Poetry-Think Tank Akhil

Beautiful and Lovely Lines- So Relatable Hindi Poetry अभी नया हूँ तुम्हारे शहर में रहूँगा कुछ दिन ज़िन्दगी के सफर में मर्जी है बेवजह भूल जाना मुझको मुसाफ़िर हूँ चल पडूंगा किसी नयी डगर में।।1।। तुम्हे भी होगा असर वक़्त के बीत जाने के बाद सिर्फ करते रहोगे याद मेरे जाने के बाद।।2।। जो सबसे अच्छा था वो अचानक सबसे बुरा हो गया कुछ तो था ऐसा जो तुम्हे लगा की वो अब जुदा हो गया।।3।। ना उससे इन्कार होता है ना उससे इज़हार होता है, मै बेखबर सबसे हूँ यारो क्या ऐसे ही प्यार होता है? ।।4।। हर बात पर नाराज नहीं होता हूँ मैं ना जाने कितने, अर्शे पहले ही बिछड़ गये होते।।5।। वो रूठते रहे, हम मानते रहे एक अजीब सा रिश्ता निभाते रहे, कहने को एक लम्बा अर्शा गुजारा साथ हमने उलझी न थी ज़िन्दगी हम फिर भी उसे सुलझाते रहे।।6।। खूबसरत सी थी जिंदगी मेरे आने से। शायद इसी वजह से तेरी दुश्मनी हो गयी जमाने से।।7।। बेशब्री से करता रहा मै इंतज़ार क्या नहीं हुआ था उसको मुझसे प्यार, ना जाने कौन सी बंदिशो से वो डर गया चाह कर भी वो ना कर सका इज़हार।।8।। बस ...

मेरी डायरी | Meri Diary | Life Experience | Think Tank Akhil

💮  मेरी डायरी  💮 पूछा एक दिन बंद पड़ी डायरी के पन्नो ने क्या दूर चला गया इनमे रहने वाला। उठा ली कलम लिखने को तुम्हारी यादें पर यादों के समुन्दर में खोया नहीं गया।। वो पड़ी थी बंद दराजों पर करते हुए इंतज़ार सोचती थी कभी तो आएगा उसका यार। हर वक़्त उसकी रुस्वाइयों  को देखकर उसे लगने लगा अब बेगाना हो गया उसका प्यार।। अचानक एक आँधी सी आयी उसकी सारी खुशियाँ मानो मोड़ सी लायी। पहले पन्ने पर ही लिखा था उसका प्यार वादा रहा लौटकर आऊंगा मेरे यार।। खिलखिला उठी डायरी उन हवा के झोको में जैसे मिल गया हो कोई उन दरख्तों में। आज उसकी खिलखिलाहट भी मुझे भा गयी उस आंधी के साथ डायरी में बहार सी छा गयी।। मैं खुश था उसकी यादों को देखकर शायद वो भी खुश हो कुछ ऐसा ही सोचकर। वो जाने कब तक करती रहेगी इंतज़ार कभी तो आएगा ही लौटकर उसका यार।। उस बंद डायरी की मायूशियाँ मुझसे ना देखी गयी सारी बातें उसकी रात भर चुभती रही। उठा लिया डायरी लिखने को उसकी यादें पर वो दिल से डायरी में न सहेजी गयी।। ✍️- अखिलेश द्विव...

Palane Me Jhulati Rahe Meri Pyari-Pyari Bitiya- Lori-Think Tank Akhil

Palane Me Jhulati Rahe Meri Pyari-Pyari Bitiya- Lori खुशियों मे झूमती रहे, मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया। नाम है अनेकों इसके, सबको हँसती हसाती बिटिया। बीते इसके दिन हँसते, खुशियों का हो दरिया। पालने मे झूलती रहे,मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया।। सबकी दुलारी बिटिया, सबसे है प्यारी बिटिया, आँगन मे घूमती है, इसकी वजह से खुशियाँ। वाश्ते न्यौछावर इसके, सारे जहाँ की खुशियाँ, आजा रे आजा रे, आजा तू इसको निंदिया। पालने मे झूलती रहे मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया।। ✍️ Click Here to Follow

Kamal Ka Yh Apna Hindustan Hai- Life Experience India-Think Tank Akhil

Kamal Ka Yh Apna Hindustan Hai- Life Experience India कमाल का यह अपना हिन्दुस्तान है यहाँ रहता साथ मे हिन्दू, सिक्ख, इसाई और मुसलमान है इसकी भिन्नता मे भी है एकता  यह हिन्दुस्तान की शान है। कमाल का यह अपना हिन्दुस्तान है।।  हर धर्म यहाँ हैं साथ बढ़े एकता के सब यहाँ पाठ पढ़े, कोई गाए कहीं पर गीता कोई पढ़ता कहीं कुरान है। कमाल का यह अपना हिन्दुस्तान है।। अलग-अलग भाषायें हैं यहाँ यह एक अनूठा स्थान है सिंचित करती जिसको गंगा उत्तर में हिमालय महान है। कमाल का यह अपना हिन्दुस्तान है।। ✍️- अखिलेश द्विवेदी Click Here to Follow

Kash Mai Rok Pata Wo Ek Pal- Feelings and Emotions-Think Tank Akhil

Kash Mai Rok Pata Wo Ek Pal- Feelings and Emotions Your feelings in my words. One can't explain the feelings of someone else. Here I'm just putting thoughts with your emotions. Alpha- (In thoughts) काश मैं रोक पाता वो एक पल... वो एक पल, जिस पल में तुम रुक जाना चाहती हो। मेरे ना होते हुऐ भी मुझे आस पास पाती हो, मेरे लफ़्ज़ों को अपनी जुबान से बयान कर पाती हो, मेरे एहसासों के दामन में  छुप जाना चाहती हो, वो एक पल, जिस पल में तुम रुक जाना चाहती हो। अपनी आंखों को बंद करके मुझे देख पाती हो, अपने दिल की धड़कन को जब सुन पाती हो, अपने सपनो में जब मुझे साथ पाती हो, वो एक पल, जिस पल मे तुम रुक जाना  चाहती हो। मेरी नादानियों से जब खफा हो जाती हो, मेरे वक़्त पर अपना हक जमा जाती हो, मेरी ज़िन्दगी में सिर्फ तुम रहना चाहती हो, वो एक पल, जिस पल में तुम रुक जाना चाहती हो। मुझसे मिलने की उम्मीद में पूरी रात जग जाती हो, मुझे पाने के लिए अपनी किस्मत से लड़ जाती हो, मेरी खुशी की वजह जब तुम बन पाती हो, यह वो पल है जिस पल में तुम थम सी जाती हो। ...

Papa Ghar Aa Jana abki Holi Me- Soldier's Life-Think Tank Akhil

Papa Ghar Aa Jana abki Holi Me- Soldier's Life पापा घर आ जाना अबकी होली में साथ खेलेंगे हम रंगो की रंगोली में करता रहा मैं इंतजार पिछली दिवाली में बस खत लाया था डाकिया अपनी थैली में पापा घर आ जाना अबकी होली में।। तुम आते हो खुशी मे घूमते हैं खुशियोँ मे हम सब झूमते हैं तुम आए नहीं मैं बहुत था रोया रोते-रोते बिन खुशियोँ के था सोया बचे हैं सारे पठाखे जो जलने थे दिवाली में। पापा घर आ जाना अबकी होली में।। हम साथ मे खुशियाँ मनायेँगे रंग खेलेंगे और गायेंगे सब पिछले गम भी मिट जाएँगे हंगामा मचा कर आना तुम दुश्मन की टोली में। पापा घर आ जाना अबकी होली में।। ✍️- अखिलेश द्विवेदी Click Here to Follow

Kash Hum Bachpan Se Hi Sath Hote - Feelings-Think Tank Akhil

काश हम बचपन से ही साथ होते काश हम बचपन से ही साथ होते हमारे बचपन के भी एहसास होते, हम बचपन से ही साथ खेलते कभी रूठते कभी मानते, काश हम बचपन से ही साथ होते।। साथ में स्कूल जाते, पढ़ते और खेलते हमारे वो दिन भी आज की तरह हसीन होते हमारा प्यार बचपन से होता हम एक दूसरे  को अच्छे से समझ पाते काश हम बचपन से ही साथ होते।। कोई डर न होता इस ज़माने का जब भी सोचते पास होते जब कोई रोता तो उसे हम हँसते फिर बाद में उसे ही खिझाते काश हम बचपन से ही साथ होते ना खाने की चिंता न किसी की फ़िक्र हम बड़े खुश हो जाते जब कहीं होता हमारी दोस्ती का ज़िक्र लोगो के लिए हम एक मिशाल दे जाते।। काश हम बचपन से ही साथ होते। BY- AKHILESH DWIVEDI Click Here to Follow Please give your valuable feedback in comment box.

Some Beautiful thoughts Stroked In Mind - Life And Love-Think Tank Akhil

Some Beautiful thoughts Stroked In Mind - Life And Love १- तुम्हारे हर एक एहसास को समझता रहा हुँ मै। कुछ इस तर चुप चाप साथ चलता रहा हुँ  मै।। २- महफ़िल रही तो लोग ज़रूर आयेंगे।  इसलिए तेरे बाद हम महफिल  ही नहीं सजायेंगे।। ३- कभी मौका मिला तो एक बात बताऊंगा, मेरी छोटी सी दुनियाँ की सैर। फिर जी भरकर उसे खंगाल लेना, एक दिन साथ बैठकर सब तसल्ली से बताउँगा।। ४- तुम्हे भी पढ़ने की साजिश रची मैंने, तुम सिर्फ़  किताब नहीं पूरी किताबों  का संग्रहालय निकले।। ५- यह वक़्त भी क्या खूब आजमा रहा है मुझे। सीधे रस्ते में कई मोड़ से मिला रह है मुझे।। ६- मैं तुम्हे कुछ यूँ बेइन्तेहाँ प्यार करता रहा, तुम्हारी हर नदानियों को भी माफ़ करता रहा। दुआ करना यूँ ही बना रहे यह मौसम, ना बदले अगर तूम तो ता-उम्र साथ चलता रहूँगा।। ७- काश कभी तुम मेहरबान हो जाओ, कुछ मौजूदगी का निशान दे जाओ। कतरा कतरा खाली है तुम्हारे बिना चलो कुछ पुराने ही सवालो का जवाब दे जाओ।। ८- चलो एक बात बताता हूँ, तुम्हे मई क्यों सताता हूँ। क...

Some Own Creations- Hindi Shayari- Feelings-Think Tank Akhil

Some Own Creations- Feelings १ - हम कुछ इस तरह साथ निभाते रहे, वो रूठते रहे और हम मानते रहे।।  २ -  मत लो  मेरी सब्र का इम्तिहान इसका अंजाम बुरा होगा  तुम दूर रहो मुझसे  वरना कुछ काम बुरा होगा।  तुम्हे लगता है मेरी ख़ामोशी कुछ ना कहेगी  अगर टूटा सब्र  का बाँध तो इसका इन्तेकाम बुरा होगा।। ३ - तुम्हे याद करके जो सफर कट रहा है  तुम्हे क्या पता किस क़दर कट रहा है।   न जाने कितने मोड़ आये  रस्ते में, बस तुम्हे सोचकर यह दिन ढल रहा है।। ४ - तूम कुछ पूछो तो सही मेरा आगाज़ अच्छा होगा, तुम कुछ करो तो सही मेरा अंदाज़  अच्छा  होगा।  तुमने जितना भी सोचा है मेरे बारे में, झाँक कर देखो  मेरे अंदर, तुम्हारे अनुमान से अच्छा होगा।। ५-  मेरी ख़ामोशी का कुछ इस क़दर चलता रहा सिलसिला।  ना मैंने कुछ माँगा और ना ही कुछ मुझे मिला।। ६- मेरी नाकामियों का ज़िक्र ना करुँ तो क्या करूँ।  तु ही बता तेरी फ़िक्र न करुँ  तो क्या करूँ।।  ✍-...

Some Own Creations- Hindi Shayari- So Relatable-Think Tank Akhil

Some Own Creations- Hindi Shayari- So Relatable 1- वो चाह कर भी नजरे ना मोड़ सके मुझसे ना पा ही सके मुझको ना दूर रहे मुझसे। । 2- चला जाता हु कही भी बिना कुछ बताये भटका मुसाफिर हूँ शायद पनाह मिल जाये। । 3- ऐसा लगता है कमजोर हो गया हूँ मैं इन आँखों ने ही धोखा दे दिया। जहाँ रुकते नहीं थे कभी बारिश के पानी आँखों ने ही आंशुओँ का शैलाव कर दिया।।  4- तुम्हारी यादो में युँ ही सिमट गए हम तुमसे दूर जाना तो एक बहाना था। देखा था तुम्हे मुस्कुराते अकेली राहों में मैं समझ ना सका की क्या अफसाना था। । 5- ज़माने में अपने थे या अपनों का जमाना था मैंने तो बस इतना ही जाना की मुझसे ही जमाना था। ।  6-  ज़िन्दगी में मिली तो हज़ारो चीजे थी पर वो सबसे अलग थी जो किश्मत में न थी। 7-  ज़िन्दगी ने न जाने कितने गम दिए फिर भी क्या हुआ हम मुस्कुराये और चल दिए।। ✍- अखिलेश द्विवेदी 

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