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Showing posts with the label Emotional Story

Story of Two Bravehearts | True Love Story- Army | By Akhilesh Dwivedi |Think Tank Akhil

I t has been 4 years since Alpha and Erie were together. Alpha was a defence aspirant and Erie  was a student of Software Engineering. Alpha completed his graduation and came to Delhi for the  preparation of Defence Services. Where he met Erie in an institute and by the time they got  closer. After pursuing a few months, Alpha proposed Erie, but he made his thoughts clear with  his aim and life and told Erie that he wanted to last forever with Erie along with his love for  Nation. Erie was supporting him enough, she agreed to his words.  Let me tell you something about her. Erie, a simple and sober girl with black eyes and long  hair with a cute smiling face and a fair complexion. She looked pretty beautiful when she wore  spectacles and smiled. Her liveliness attracted Alpha and he fell in love with her. A bit about  Alpha, he was an average looking guy with a high sense of humor and attractive with his  positive attitude and a gen...

जीवन | Emotional and Life Experience | Poem by Akhilesh Dwivedi | Think Tank Akhil

मां की कोख में पलने से हर पल सबका प्यार इस खिलौने से, पहली किलकारी से घर भरने से, दुनिया में पहला कदम रखने तक। फिर समझ आया कि यही जीवन है। वो घर से दूर कहीं निकल जाना थक हार कर वापिस घर आना, मां के हाथों से पक़ा खाना लगता था मिल गया कोई खजाना। फिर समझ आया कि यही जीवन है। वो सबसे दूर कहीं नौकरी की तलाश में करना सबको याद जब कोई ना हो पास में, तरक्की के लिए अपनों को पीछे छोड़ जाना सब मोह छोड़ वापिस मिट्टी में मिल जाना। फिर समझ आया कि यही जीवन है। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

लगता है कि तुम हो | Lagta Hai Ki Tum Ho | Beautiful Thought | Think Tank Akhil

लगता है कि तुम हो  राहत सी जो दे जाए तो लगता है कि तुम हो परछाई कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो। जब बारिश के सुहाने मौसम में कोई बूंद टकराए तो लगता है कि तुम हो। काली तन्हाँ रातें जब सताए चैन कहीं ना आए तो लगता है कि तुम हो। समुंदर की बलखाती लहरों में कोई मोती उतर जाए तो लगता है कि तुम हो। कंकरीले पथरीले चट्टानों में कोई झरना बह जाए तो लगता है कि तुम हो। सुनसान गुजरती अकेली राहों में कोई हाल पूछ जाए तो लगता है कि तुम हो। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

कैसे? | Jo Dikh Raha Use Chhipaye kaise | Emotional Lines | Think Tank Akhil

कैसे? जो दिख रहा है उसे छिपाएं कैसे जमाने की चाहत है जो वो बन जाएं कैसे। महफिल लगाना तो बहुत दूर की बात रही फैसला हो की खुद की आबरू बचाएं कैसे। ना जाने कितने आए तोड़ने हौसले जो कभी भुला नहीं उसे भूल जाएं कैसे। मिट्टी की याद मिटा देना आसान नहीं है अपने शहर को छोड़कर कहीं जाए कैसे। लोग रोते रहे, सबको रुलाते रहे खुश आंखों के आंसू को हम छिपाएं कैसे। हर नज़र को ना अच्छे दिखे हम एक बूंद को समंदर नज़र आए कैसे। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

Beautiful Lines- एक ब्राह्मण ने कहा की यह साल अच्छा होगा- New Year's Hope & Wishes- Think Tank Akhil

एक ब्राह्मण ने कहा की यह साल अच्छा होगा एक ब्राह्मण ने कहा की यह साल अच्छा होगा, उम्मीद करते हैं की उसका कहा सच्चा होगा। सड़को पर भीख मांगता न कोई बच्चा होगा, स्कूल में पढता हर गरीब का बच्चा होगा। हर कोई अपने ही घर की छांव में होगा, पेट भरकर ही हर रोज सभी सोयेंगे। रात में बच्चे न अब भूख से रोयेंगे, प्यार लोगो में अब बढ़ जायेगा। नफ़रतो का सैलाव अब नहीं होगा, अब हर कोई चैन की साँस लेगा। जाति और धर्म का कोई बँटवारा ना होगा, शरहदों पर भी हर तरफ भाईचारा होगा। एक ब्राह्मण ने कहा की यह साल अच्छा होगा, उसने सपनो में जो देखा वो सच्चा होगा। उसके सपनो का भारत जगमगायेगा, फिर से देश का हर शख्श ख़ुशी मनाएगा। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

Emotional Story- एक सपना- Sad Love Story- Beautiful Emotions- Think Tank Akhil

एक सपना  एक रात तुम सपने में आये थे। किसी बात से नाराज़ लग रहे थे। लगा कुछ रिश्ते तुमने ख़ास रखे थे। अपने एहसासों  के कुछ सवाल रखे थे। मेरे ही आगे मेरे कामों के हिसाब रखे थे। शायद मैं समझ ना सका। शायद यह वही काम थे जिन्हे तुम्हारे लाख मना करने पर भी मैंने किया। शायद यह वही काम थे जिन्हे तुम अक्सर मुझसे दूर रखने को कहा करती थी। शायद यह वही काम थे जिन्हे मैंने तुमसे ज्यादा वरीयता में रखा। शायद यह वही लोग हैं जिन्हे मैंने तुमसे आगे रखा। अरे हाँ, यह वही गलतियां है जो होने से बचाई जा सकती थी लेकिन मैने तुम्हारी एक ना सुनी। काश!! मैं उस वक़्त तुम्हारी बातें मान लेता। काश!! उस दिन तुम्हारे साथ वो एक छोटा सा रास्ता पैदल चल लेता। काश!! मैं तुम्हारी बातें उस वक़्त मान लेता, तो आज शायद! शायद नहीं यक़ीनन तुम मेरे साथ होती, और मैं उन बातों को याद करके हँसता। काश!! मैं मोड़ पाता वो पल जब तुमने अलविदा कहा था। शायद! शायद नहीं पूरा भरोसा है मुझे, मैं तुम्हे जाने से रोक लेता। लेकिन अब तुम बहुत दूर जा चुकी हो। अब चली गयी तो कोई शिकवा नहीं, कोई शिकायत नहीं। बस दुआ ...

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