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जो थे कभी अपने अंजान हो गए | Jo The Kabhi Apne Anjaan Ho Gaye | By Akhilesh Dwivedi | Think Tank Akhil

जो थे कभी अपने अंजान हो गए बनाया हमने जिनको वो अब भगवान बन गए, दूर से दिख रही थी कुछ रोशनी पास जाकर देखा तो अपने ही मकान जल गए। उन रिश्तों की अहमियत बचाने में रह गए जो थे अपने पर बेगाने ही रह गए, वो आए और घर मेरा ही फूंक दिया आग घर के जिसकी हम बुझाने में रह गए। बड़ा अजीब था वाक़िआ वो हम उसे ही सुलझाने में रह गए, जिस किसी ने दिया दिलासा मुझे वो मेरे ही घर में अपनी भूख मिटाने में रह गए। मैं ढूंढता रहा कोई सच्चा साथी और ढूंढने में जिसे जमाने निकल गए, जब मिला है वो एक अर्से बाद तो कुछ किस्से यार पुराने निकल गए। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, comment below and do share your response. Thanks for reading 😃

Ha Maujhe Tumse Pyar Nahi- Emotional- Think Tank Akhil

हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। माना की तुम करती थी मेरा इंतज़ार  कभी ना करने दिया मुझे इंतज़ार, तुम्हारी हर बात मुझसे होती थी शुरु और मेरी बातों में कभी तुम्हारा ज़िक्र नहीं।   हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। दोस्तों से बस मेरी ही बातें  करना  जन्मदिन, पहली मुलाकात हर लम्हाँ याद रखना, हर दिन को एक साथ खुशियों से सजोना और  मुझे यह लम्हें कभी याद होते नहीं। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। बिना थके मीलों साथ साथ चलना और कहना की घर बहुत जल्दी आ गया, मेरे साथ वो अपना हसीन वक़्त गुजरना और  मेरा बस, तुम्हारा साथ निभाना यूँही। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। वो देर रात तक बातें करना कभी होता उदास तो मुझे समझाना, खुद गुस्सा होकर, खुद ही मुझे मानना और मैं  समझा था तुम्हे एक अनजान राही। हाँ मुझे तुमसे प्यार नहीं। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading. 😃

Beautiful Poetry- Based On Life Experiences- Religious War-Think Tank Akhil

Beautiful Poetry- Based On Life Experiences- Religious War Few of us want to know about, They want to find out God in their Fake life. They think God is figurative or Body-less, Since they want to gaze God's beauty. He has long beard or has four hands, He lies in beliefs only but they are not ready to understand. They have never heard of their heart, but they want to hear his words. Whether he speaks Sanskrit or Arabi, They want an impression of religion on language even. Those who are not even good at handling their relations, They want to make them meet, whom God has already made. Whether he makes friendship with idol worshiper or Offering his prayer by raising his hands Now they want to make even it a religious war. ✍- Anonymous Akhilesh Dwivedi (Translated) Follow Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading. :)

वो आखिरी एहसास | Wo Aakhiri Ehsash- Emotional And Sad Love Story-Think Tank Akhil

वो आखिरी एहसास  एक लम्बे अर्शे का हमारा साथ रहा हर सुबह सूरज उसकी बातों के साथ उगा वो हँसती हुई गुड मॉर्निंग की आवाज जब कहती थी वो मिलना है फिर से वहीं आज एक लम्बा वक़्त था जो हमने ऐसे ही गुजरा सब जानते हुए भी वो ना करती थी किनारा। वो हर सुबह मुझे कॉल करके जगाना फिर जगते ही गुड बॉय से सराहना बड़ी जिम्मेदारी से यह हर रोज निभाना उसको होता था पता की जगा हूँ मैं फिर भी मुझे अपनी प्यारी सी मुस्क़ुराहट सुनाना वो लम्बा वक़्त जब हम बस देखते और मुस्कुराते जब भी मिलते खुशियों का हशीन तोहफ़ा दे जाते। सब कुछ ठीक था हमारे दरमियाँ अचानक सागर ने किनारे की तरफ मोड़ दी थी किश्तियाँ वो दिन भी आया जब थी उसकी सगाई न जाने कैसे रात 12 उसकी कॉल आई मजाक में ही मैंने उसको आंटी बुलाया आंटी किसको बोला यह जवाब भी पाया वो आखिरी लम्हाँ था जब मैं उसके साथ था मुस्कुराया। वो बोली मुझे माफ़ करना मम्मी पापा के लिए है यह करना दिल रुआंसा, फिर भी कहा गर्व है मुझे तुम साथ दो उनका यह हक़ है उन्हें। अचानक कमरे में संन्नाटा छा गया सिसकियों की...

Beautiful Poetry- Emotions with Love And Regret Hindi Poetry-Think Tank Akhil

Beautiful Poetry- Emotions with Love And Regret Hindi Poetry मेरी भी एक ख्वाहिश थी, की तुम मेरे साथ रहो कुछ मेरी सुनो कुछ अपने जज्बात कहो  बेवजह की नादानियाँ करता रहा यह दिल थोड़ा बैठो तो मेरे साथ और मेरे एहसास सुनो। सोचा था की हम उमर भर साथ चलेंगे हम ज़िन्दगी के सब लम्हें साथ जियेंगे तुमने न सुनी मेरी वो एक छोटी सी बात जिसमे था कहा मैंने हम साथ रहेंगे। अपनों का सहारा होगा खुशियों के समंदर में हम झूम रहे होंगे उस प्यारे से मंजर में तुम भी कहते फिर कितना सुन्दर है यह एहसास सब छूट गया अब उन नादानियों के बवंडर में। काश! मैं वापस ला पाता उस बीते कल को फिर ख़ुशियों के आँसू, भिगोते इन पलकों को अपना एक छोटा सा आशियाना हम बनाते ख़ुशी-ख़ुशी हम एक साथ ज़िन्दगी बिताते। ✍️ -अखिलेश द्विवेदी Follow

Beautiful and Lovely Lines- So Relatable Hindi Poetry-Think Tank Akhil

Beautiful and Lovely Lines- So Relatable Hindi Poetry अभी नया हूँ तुम्हारे शहर में रहूँगा कुछ दिन ज़िन्दगी के सफर में मर्जी है बेवजह भूल जाना मुझको मुसाफ़िर हूँ चल पडूंगा किसी नयी डगर में।।1।। तुम्हे भी होगा असर वक़्त के बीत जाने के बाद सिर्फ करते रहोगे याद मेरे जाने के बाद।।2।। जो सबसे अच्छा था वो अचानक सबसे बुरा हो गया कुछ तो था ऐसा जो तुम्हे लगा की वो अब जुदा हो गया।।3।। ना उससे इन्कार होता है ना उससे इज़हार होता है, मै बेखबर सबसे हूँ यारो क्या ऐसे ही प्यार होता है? ।।4।। हर बात पर नाराज नहीं होता हूँ मैं ना जाने कितने, अर्शे पहले ही बिछड़ गये होते।।5।। वो रूठते रहे, हम मानते रहे एक अजीब सा रिश्ता निभाते रहे, कहने को एक लम्बा अर्शा गुजारा साथ हमने उलझी न थी ज़िन्दगी हम फिर भी उसे सुलझाते रहे।।6।। खूबसरत सी थी जिंदगी मेरे आने से। शायद इसी वजह से तेरी दुश्मनी हो गयी जमाने से।।7।। बेशब्री से करता रहा मै इंतज़ार क्या नहीं हुआ था उसको मुझसे प्यार, ना जाने कौन सी बंदिशो से वो डर गया चाह कर भी वो ना कर सका इज़हार।।8।। बस ...

मेरी डायरी | Meri Diary | Life Experience | Think Tank Akhil

💮  मेरी डायरी  💮 पूछा एक दिन बंद पड़ी डायरी के पन्नो ने क्या दूर चला गया इनमे रहने वाला। उठा ली कलम लिखने को तुम्हारी यादें पर यादों के समुन्दर में खोया नहीं गया।। वो पड़ी थी बंद दराजों पर करते हुए इंतज़ार सोचती थी कभी तो आएगा उसका यार। हर वक़्त उसकी रुस्वाइयों  को देखकर उसे लगने लगा अब बेगाना हो गया उसका प्यार।। अचानक एक आँधी सी आयी उसकी सारी खुशियाँ मानो मोड़ सी लायी। पहले पन्ने पर ही लिखा था उसका प्यार वादा रहा लौटकर आऊंगा मेरे यार।। खिलखिला उठी डायरी उन हवा के झोको में जैसे मिल गया हो कोई उन दरख्तों में। आज उसकी खिलखिलाहट भी मुझे भा गयी उस आंधी के साथ डायरी में बहार सी छा गयी।। मैं खुश था उसकी यादों को देखकर शायद वो भी खुश हो कुछ ऐसा ही सोचकर। वो जाने कब तक करती रहेगी इंतज़ार कभी तो आएगा ही लौटकर उसका यार।। उस बंद डायरी की मायूशियाँ मुझसे ना देखी गयी सारी बातें उसकी रात भर चुभती रही। उठा लिया डायरी लिखने को उसकी यादें पर वो दिल से डायरी में न सहेजी गयी।। ✍️- अखिलेश द्विव...

Palane Me Jhulati Rahe Meri Pyari-Pyari Bitiya- Lori-Think Tank Akhil

Palane Me Jhulati Rahe Meri Pyari-Pyari Bitiya- Lori खुशियों मे झूमती रहे, मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया। नाम है अनेकों इसके, सबको हँसती हसाती बिटिया। बीते इसके दिन हँसते, खुशियों का हो दरिया। पालने मे झूलती रहे,मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया।। सबकी दुलारी बिटिया, सबसे है प्यारी बिटिया, आँगन मे घूमती है, इसकी वजह से खुशियाँ। वाश्ते न्यौछावर इसके, सारे जहाँ की खुशियाँ, आजा रे आजा रे, आजा तू इसको निंदिया। पालने मे झूलती रहे मेरी प्यारी- प्यारी बिटिया।। ✍️ Click Here to Follow

Aurat Ho Tum- Women's Day Special- Think Tank Akhil

Aurat Ho Tum- Women's Day Special दिलों मे जो बसती है वो मोहब्बत हो तुम, हर रिश्ते के लिए अलग- अलग मूरत हो तुम, कदम चूमते हैं जिसके चाँद सितारे माँ के कदमो सी एक जन्नत हो तुम। खुशियों से भरा तुमने यह जहाँ हर खुशी है तुमसे वो शख्शियत हो तुम, एक जहाँ बनता है तुमसे जिन्दगी की खूबसूरत हकीकत हो तुम। देखे हैं कई रूप तुम्हारे हमने हर रिश्ते बनाए वो सूरत हो तुम, बहन, पत्नी और, माँ का प्यार दे जो वो सबसे हसीन जरूरत हो तुम। हौसले बुलन्द हैं तुम्हारे हर वक्त मे जीत देने वाली सीरत हो तुम, शुक्रिया तुम्हें तुम्हारी दी हुई हर चीज का जो करे आत्मबलिदान वो औरत हो तुम।। ✍️- अखिलेश द्विवेदी

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