Some Own Creations- Feelings |
१ - हम कुछ इस तरह साथ निभाते रहे,
वो रूठते रहे और हम मानते रहे।।
२ - मत लो मेरी सब्र का इम्तिहान इसका अंजाम बुरा होगा
तुम दूर रहो मुझसे वरना कुछ काम बुरा होगा।
तुम्हे लगता है मेरी ख़ामोशी कुछ ना कहेगी
अगर टूटा सब्र का बाँध तो इसका इन्तेकाम बुरा होगा।।
३ - तुम्हे याद करके जो सफर कट रहा है
तुम्हे क्या पता किस क़दर कट रहा है।
न जाने कितने मोड़ आये रस्ते में,
बस तुम्हे सोचकर यह दिन ढल रहा है।।
४ - तूम कुछ पूछो तो सही मेरा आगाज़ अच्छा होगा,
तुम कुछ करो तो सही मेरा अंदाज़ अच्छा होगा।
तुमने जितना भी सोचा है मेरे बारे में,
झाँक कर देखो मेरे अंदर, तुम्हारे अनुमान से अच्छा होगा।।
५- मेरी ख़ामोशी का कुछ इस क़दर चलता रहा सिलसिला।
ना मैंने कुछ माँगा और ना ही कुछ मुझे मिला।।
६- मेरी नाकामियों का ज़िक्र ना करुँ तो क्या करूँ।
तु ही बता तेरी फ़िक्र न करुँ तो क्या करूँ।।
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