मै ऐसा इंसान नहीं
मंजिल है मेरी सबसे हसीन
चाहे रास्ते है कितने कठिन
हार मान जाऊंगा ऐसे
मैं ऐसा इंसान नहीं।
हार जीत तो एक दिखावा है
नित सीखना है कुछ सही
इसके डर से छोड़ दू सब
मैं ऐसा इंसान नहीं।
मंजिल है मेरी सबसे हसीन
चाहे रास्ते है कितने कठिन
हार मान जाऊंगा ऐसे
मैं ऐसा इंसान नहीं।
हार जीत तो एक दिखावा है
नित सीखना है कुछ सही
इसके डर से छोड़ दू सब
मैं ऐसा इंसान नहीं।
अब खड़ा हूँ बीच रण में
मै विजय से दूर नहीं
सपनो को मै अधूरा छोड़ दू
मैं ऐसा इंसान नहीं।
मै विजय से दूर नहीं
सपनो को मै अधूरा छोड़ दू
मैं ऐसा इंसान नहीं।
Friends, If you like the post, Comment below and do share your response. Thanks for reading 😃
Comments
Post a Comment